Axiom-4 Mission : भारत के लिए ऐतिहासिक क्षण तब आया जब भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला अमेरिकी संस्था Axiom Space के चौथे प्राइवेट मिशन Axiom-4 (Ax-4) के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ओर रवाना हुए। इस मिशन की लॉन्चिंग बुधवार दोपहर 12:01 बजे सफलतापूर्वक की गई, जिसमें शुभांशु के साथ तीन अन्य देशों के अंतरिक्ष यात्री भी शामिल हैं।
Axiom-4 Mission : 28 घंटे की यात्रा के बाद पहुंचेगा दल ISS
Axiom-4 मिशन में भारत, अमेरिका, पोलैंड और हंगरी के अंतरिक्ष यात्रियों को शामिल किया गया है। यह टीम 28 घंटे की यात्रा के बाद गुरुवार शाम करीब 4:30 बजे (भारतीय समयानुसार) ISS पहुंचेगी और वहां करीब 14 दिन बिताएगी। इस मिशन को NASA और SpaceX के संयुक्त सहयोग से अंजाम दिया जा रहा है।
शुभांशु का अंतरिक्ष से पहला संदेश
अंतरिक्ष में पहुंचते ही शुभांशु शुक्ला ने एक भावुक संदेश देशवासियों को भेजा। उन्होंने कहा – नमस्कार मेरे प्यारे देशवासियों, 41 साल बाद भारत फिर से अंतरिक्ष में पहुंच गया है। इस वक्त हम 7.5 किमी/सेकेंड की रफ्तार से पृथ्वी की परिक्रमा कर रहे हैं। मेरे कंधे पर तिरंगा लहरा रहा है, जो यह याद दिला रहा है कि मैं अकेला नहीं हूं – पूरा भारत मेरे साथ है।”
उन्होंने यह भी कहा,”यह सिर्फ मेरी अंतरिक्ष यात्रा की शुरुआत नहीं है, बल्कि यह भारत के मानव अंतरिक्ष मिशन की नई शुरुआत है। आप सभी को इस गर्व के पल का हिस्सा बनना चाहिए। आइए, मिलकर भारत के अंतरिक्ष युग की नींव रखें। जय हिंद, जय भारत!”
लंबे इंतजार के बाद लॉन्चिंग हुई
Axiom-4 मिशन की लॉन्चिंग कई बार स्थगित की जा चुकी थी। शुरुआत में इसे 29 मई को लॉन्च किया जाना था, लेकिन तकनीकी और मौसम संबंधी कारणों से इसे टालना पड़ा। इसके बाद 8, 10 और 11 जून की संभावित तारीखें भी आईं, लेकिन लॉन्च संभव नहीं हो सका। अंततः 24 जून को यह मिशन सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया।
भारत के लिए क्यों खास है यह मिशन?
Axiom-4 मिशन में शुभांशु शुक्ला की भागीदारी भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की दिशा में एक मजबूत कदम माना जा रहा है। यह ना केवल तकनीकी दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारत के वैश्विक अंतरिक्ष नेतृत्व की दिशा में बढ़ते कदम का भी प्रतीक है।
देशभर में इस मिशन को लेकर गर्व और उत्साह का माहौल है, और आने वाले दिनों में इससे प्रेरित होकर और भी युवा इस क्षेत्र में योगदान देने के लिए आगे आएंगे।