Israel-Hamas War : गाजा में पिछले 15 महीने से जारी युद्ध की लपटों के बीच शांति की घोषणा हो गई है। इजरायल और हमास ने सीजफायर समझौते पर सहमति जता दी है। हालांकि, गाजा पट्टी में हमले अभी भी रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। समझौते के मुताबिक, युद्धविराम रविवार से लागू होगा। लेकिन इससे पहले बुधवार को इजरायल ने गाजा में फिर से बमबारी की।
हालिया हमले में भारी जान-माल का नुकसान
गाजा की सिविल डिफेंस एजेंसी के अनुसार, इजरायली हमलों में अब तक 86 लोगों की जान चली गई, जबकि 258 लोग घायल हुए हैं। एजेंसी के प्रवक्ता महमूद बसल ने गुरुवार (16 जनवरी) को एक बयान जारी करते हुए कहा कि युद्धविराम की घोषणा के बाद भी इजरायली हमले जारी रहे। यह अब तक का सबसे बड़ा नुकसान है।
जान गंवाने वालों में मासूम और महिलाएं शामिल
प्रवक्ता के अनुसार, मारे गए लोगों में 23 बच्चे और 25 महिलाएं शामिल हैं। इसके अलावा, इजरायली सेना ने दावा किया कि उसने गाजा पट्टी में 50 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है।
नेतन्याहू का बयान: बंधकों की वापसी के लिए समझौता
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि गाजा में हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों की रिहाई के लिए यह समझौता किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि इस समझौते को अंतिम रूप देने के लिए शुक्रवार (17 जनवरी) को सुरक्षा मंत्रिमंडल की बैठक आयोजित की जाएगी।
युद्धविराम से बंधकों की रिहाई की उम्मीद
इस समझौते के तहत गाजा में जारी युद्ध को रोका जाएगा और दर्जनों बंधकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जाएगी। हालांकि, गुरुवार (16 जनवरी) को इजरायल सरकार ने इस समझौते पर होने वाले मतदान को स्थगित कर दिया था।
गौरतलब है कि लंबे समय से जारी इस संघर्ष को रोकने और शांति स्थापित करने के लिए युद्धविराम समझौते को अहम माना जा रहा है।